जीवन में लक्ष्य का होना क्यों ज़रूरी है ?
- Sirf Hindi Me
- 18 अक्तू॰ 2023
- 4 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 21 अक्तू॰ 2023

लक्ष्यों का महत्व (Importance of Goals)
यदिआपसे कोई पूछे कि क्या आपने अपने लिए कुछ लक्ष्य निर्धारित कर रखे हैं?
तो मेरे हिसाब से आपके सिर्फ दो ही जवाब हो सकते हैं - हाँ या ना ।
अगर जवाब हाँ है तो ये बहुत ही अच्छी बात है क्योंकि ज्यादातर लोग तो बिना किसी निश्चित लक्ष्य के ही अपनी ज़िन्दगी बिताये जा रहे हैं और आप उनसे कहीं बेहतर स्थिति में हैं । पर यदि जवाब ना है तो ये थोड़ी चिंता का विषय है। थोड़ी इसलिए क्योंकि भले ही अभी आपका कोई लक्ष्य ना हो पर जल्द ही सोच-विचार कर के अपने लिए एक लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं।
लक्ष्य या Goals होते क्या हैं?
लक्ष्य एक ऐसा कार्य है जिसे हम सिद्ध करने की मंशा रखते हैं।
Goal is a task which we intend to accomplish.
कुछ examples लेते हैं: - एक student का लक्ष्य हो सकता है: ” Final Exams में 80% से ज्यादा marks लाना। ” एक employee का लक्ष्य हो सकता है अपनी performance के basis पे promotion पाना। एक house-wife का लक्ष्य हो सकता है :” Home based business की शुरुआत करना। एक blogger का लक्ष्य हो सकता है:” अपने ब्लॉग की page rank शुन्य से तीन तक ले जाना । ” एक समाजसेवी का लक्ष्य हो सकता है:” किसी गाँव के सभी लोगों को साक्षर बनाना।”
लक्ष्य (Goals) का होना ज़रूरी क्यों है?
१) सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए:- जब आप सुबह घर से निकलते हैं तो आपको पता होता है कि आपको कहाँ जाना है और आप वहां पहुँचते हैं। सोचिये अगर आपको यह नहीं पता हो कि आप को कहाँ जाना है तो भला आप क्या करेंगे? इधर उधर भटकने में ही समय व्यर्थ हो जायेगा। इसी तरह इस जीवन में भी यदि आपने अपने लिए लक्ष्य नहीं बनाये हैं तो आपकी ज़िन्दगी तो चलती रहेगी पर जब बाद में आप पीछे मुड़ कर देखेंगे तो शायद आपको पछतावा हो कि आपने कुछ खास achieve नहीं किया!!
लक्ष्य होने पर व्यक्ति को पता होता हैं उसे जाना कँहा हैं ? लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिशा देता है। उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कौन सा नहीं। यदि लक्ष्य स्पष्ट (goals clear) हों तो हम उसके मुताबिक अपने आप को तैयार करते हैं। हमारा अवचेतन मन (subconscious mind) हमें उसी के अनुसार act करने के लिए प्रेरित करता है। दिमाग में लक्ष्य साफ़ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ़ नज़र आने लगते हैं और इंसान उसी दिशा में अपने कदम बढा देता है।
२) अपनी उर्जा का सही उपयोग करने के लिए:- भागवान ने इन्सान को सीमित उर्जा और सीमित समय दिया है। इसलिए ज़रूरी हो जाता है कि हम इसका उपयोग सही तरीके से करें। लक्ष्य हमें ठीक यही करने को प्रेरित करता है। अगर आप अपने end-goal को ध्यान में रख कर कोई काम करते हैं तो उसमे आपका concentration और energy का level कहीं अच्छा होता है।
For Example: जब आप किसी library में बिना किसी खास किताब को पढने के मकसद से जाते हैं तो आप यूँ ही कुछ किताबों को उठाते हैं और उनके पन्ने पलटते हैं और कुछ एक पन्ने पढ़ डालते हैं। पर वहीँ अगर आप किसी Project Report को पूरा करने के मकसद से जाते हैं तो आप उसके मतलब की ही किताबें चुनते हैं और अपना काम पूरा करते हैं। दोनों ही केस में आप समय उतना ही देते हैं पर आपकी efficiency में जमीन-आसमान का फर्क होता है। इसी तरह life में भी अगर हमारे सामने कोई निश्चित लक्ष्य नहीं है तो हम यूँ ही अपनी energy waste करते रहेंगे और नतीजा कुछ खास नहीं निकलेगा। लेकिन इसके विपरीत जब हम लक्ष्य को ध्यान में रखेंगे तो हमारी energy सही जगह उपयोग होगी और हमें सही results देखने को मिलेंगे।
३) सफल होने के लिए:- जिससे पूछिए वही कहता है कि मैं एक सफल व्यक्ति बनना चाहता। पर अगर ये पूछिए कि क्या हो जाने पर वह खुद को सफल व्यक्ति मानेगा तो इसका उत्तर कम ही लोग पूर विश्वास से दे पाएंगे। सबके लिए सफलता के मायने अलग-अलग होते हैं और यह मायने लक्ष्य द्वारा ही निर्धारित होते हैं। तो यदि आपका कोई लक्ष्य नहीं है तो आप एक बार को औरों कि नज़र में सफल हो सकते हैं पर खुद कि नज़र में आप कैसे decide करेंगे कि आप सफल हैं या नहीं? इसके लिए आपको अपने द्वारा ही तय किये हुए लक्ष्य को देखना होगा.
४) अपने मन के विरोधाभाष को दूर करने के लिए: - हमारी life में कई opportunities आती-जाती रहती हैं। कोई चाह कर भी सभी की सभी opportunities का फायदा नहीं उठा सकता। हमें अवसरों को कभी हाँ तो कभी ना करना होता है। ऐसे में ऐसी परिस्थितियां आना स्वाभाविक है जब हम decide नहीं कर पाते कि हमें क्या करना चाहिए। ऐसी situations में आपका लक्ष्य आपको guide कर सकता है ।
मुझे ये कथन बिलकुल उपयुक्त लगते है। तो यदि आपने अभी तक अपने लिए कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है तो इस दिशा में सोचना शुरू कीजिये। लक्ष्य बनाइये, बड़े लक्ष्य बनाइये, और उन्हें हासिल करके ही दम लीजिये !
अर्नोल्ड एच ग्लासगो का कथन - फुटबाल कि तरह ज़िन्दगी में भी आप तब-तक आगे नहीं बढ़ सकते जब तक आपको अपने लक्ष्य का पता ना हो
महात्मा गांधी का कथन - "अगर आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं, तो विफलता का भय नहीं करना चाहिए, बल्कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कोई असमर्थता होना दुरुस्त नहीं है।"
स्वामी विवेकानंद का कथन - "आपके लक्ष्य न केवल आपके लिए बल्कि आपके आस-पास के लिए भी उत्तम होने चाहिए।"
स्वामी चिन्मयानंद का कथन - "व्यक्ति जो अपने लक्ष्य के पीछे होता है, वह अपने को सम्पूर्ण जगह में पाता है।"
फिट्जह्यू डॉडसन का कथन - "बिना लक्ष्यों और उन्हें पूरा करने के योजनाओं के बिना, आप एक ऐसे जहाज की तरह हैं जिसने कोई गंतव्य नहीं तय किया है।"
बहुत लाभदायक आर्टिकल लिखा है आपने । आशा करता हूँ कि भविष्य में भी इसी तरह के अच्छे अच्छे उपयोगी आर्टिकल पढ़ने को मिलेंगे ।
धन्यवाद